जर्मनी में क्या हैं बंदूक रखने के नियम

तख्तापलट की एक संदिग्ध कोशिश के बाद जर्मनी में बंदूक रखने से संबंधित कानून को और कड़ा करने की कवायद हो रही है. जर्मनी में बंदूक रखने से संबंधित कानूनी पहलुओं पर डीडब्ल्यू की यह रिपोर्ट.

जर्मनी में हथियार अधिनियम के मुताबिक यदि आप कोई हथियार या बंदूक खरीदना चाहते हैं या अपने पास रखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको वाफेनबेस्टित्सकार्ते (Waffenbesitzkarte) नाम के एक विशेष कार्ड की जरूरत पड़ेगी. और यदि हथियार या गोली से भरी बंदूक लेकर चलते हैं तो इसके लिए वाफेनशाइन (Waffenschein) नाम के एक विशेष लाइसेंस की जरूरत होगी. इसका मतलब हथियारों का संग्रह करने वालों यानी खरीद बिक्री करने वालों को सिर्फ वाफेनबेस्टित्सकार्ते की जरूरत होगी. शिकार करने वालों को हथियार का लाइसेंस तब तक नहीं मिल सकता जब तक कि उनके पास शिकार करने का लाइसेंस यानी याग्ड्शाइन नहीं है और इस मकसद से खरीदी गई बंदूक का उपयोग वे सिर्फ शिकार के लिए ही कर सकते हैं.

हथियार रखने संबंधी कार्ड होने का मतलब यह है कि इसके होने से बंदूक मालिक अपनी बंदूक को एक जगह से दूसरी जगह तक सिर्फ पहुंचा सकता है, उसे साथ लेकर चल नहीं सकता. यानी बंदूक को किसी बंद चीज में रखकर ही सार्वजनिक जगह पर चल सकते हैं.

बंदूक रखने के लिए लाइसेंस यानी वाफेनशाइन केवल दुर्लभ मामलों में ही मिलता है. खासकर तब जबकि आवेदनकर्ता यह सिद्ध कर सके कि उसे आम लोगों की तुलना में कहीं ज्यादा खतरा है और बंदूक रखने की वजह से वह सुरक्षित रह सकता है. जर्मन कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो यह स्पष्ट कर सके कि बंदूक को अनिवार्य रूप से बंद डिब्बे में रखना है या फिर सार्वजनिक जगह पर उसमें गोली भरी जा सकती है या नहीं.

इसके अलावा छोटी बंदूकों के लिए क्लाइनेर वाफेनशाइन नाम का एक अलग सर्टिफिकेट जारी किया जाता है जिसे प्राप्त करना आसान होता है और कम क्षमता वाले हथियारों को रखने के लिए यह सर्टिफिकेट अनिवार्य होता है. इनमें छोटी पिस्टल, बंदूकें या ऐसे हथियार जिनकी वजह से सिर्फ जलन सी होती है, कोई और खतरा नहीं होता है. कम क्षमता की एअर गन (7.5 जूल से कम) भी इसी नियम के तहत आती हैं.

इन प्रमाणपत्रों की कीमत करीब पांच सौ यूरो बैठती है जिसमें जरूरी बीमा प्रीमियम भी शामिल होता है.

जर्मनी में किस तरह की बंदूकें रखने की कानून अनुमति देता है

जर्मन कानून के तहत हथियार और युद्ध हथियार के बीच एक स्पष्ट अंतर है. युद्ध हथियारों की सूची वेपंस कंट्रोल एक्ट के तहत स्पष्ट की गई है.

किसी भी तरह का युद्ध हथियार रखना या इस्तेमाल करना जर्मनी में गैर कानूनी है. इनमें पूरी तरह से स्वचालित राइफल्स, मशीन गन्स या फिर ऐसे हथियारों में काम आने वाली चीजें शामिल हैं. हां, द्वितीय विश्व युद्ध या उससे पहले के कुछ सजावटी हथियारों को रखने की छूट है. पंप एक्शन से चलने वाली शॉटगन्स भी वेपंस एक्ट के तहत प्रतिबंधित हैं. कुछ, सेमी ऑटोमेटिक हथियारों को भी युद्ध हथियारों के रूप में परिभाषित किया गया है, लेकिन सारे नहीं.

जर्मनी में कौन बंदूक लेकर सकता है

जर्मनी में बंदूक का लाइसेंस लेने वालों को ये शर्तें अनिवार्य रूप से पूरी करनी पड़ती हैं

  1. कम से कम 18 साल का होना चाहिए
  2. उसमें आवश्यक "विश्वसनीयता” और "व्यक्तिगत योग्यता” हो
  3. आवश्यक "विशेष ज्ञान” का प्रदर्शन कर सके
  4. "जरूरत” बता सके
  5. व्यक्तिगत क्षति और संपत्ति नुकसान के लिए दस लाख यूरो तक के बीमा की राशि अदा करने लायक हो

आवेदक की ‘विश्वसनीयता' और ‘व्यक्तिगत योग्यता'

बंदूक लाइसेंस के आवेदनों पर कार्रवाई के लिए स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार होते हैं और इसीलिए विश्वसनीयता, निजी क्षमता और बंदूक की जरूरत जैसे मामलों की पड़ताल भी वही करते हैं. आवेदक के निवास स्थल के आधार पर यह जिम्मेदारी या तो पब्लिक ऑर्डर ऑफिस यानी ऑर्डनुंगजाम्ट के पास होती है या फिर पुलिस के पास.

इसके अलावा, अन्य कानूनी शर्तों के तहत ऐसा व्यक्ति अविश्वसनीय समझा जाएगा या फिर उसमें व्यक्तिगत क्षमता की कमी पाई जाएगी जो.

. पिछले दस साल में किसी अपराध के लिए सजा पाया हो

. उनकी परिस्थितियां की वजह से ऐसा समझा जाए कि वो हथियार का बेतहाशा इस्तेमाल विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है कर सकते हैं

. वे किसी ऐसे संस्थान के सदस्य रहे हैं जो या तो प्रतिबंधित है या फिर असंवैधानिक है

. उन्होंने पिछले पांच साल में कोई ऐसा काम किया हो या फिर उसका समर्थन किया हो जो जर्मनी के विदेशी हितों को नुकसान पहुंचाने वाला हो.

. पिछले पांच साल में एक से ज्यादा बार उन्हें पुलिस कस्टडी में लिया जा चुका हो

. वो मदिरा, ड्रग्स इत्यादि का सेवन करता हो या फिर दिमागी रूप से अस्वस्थ हो.

इसके अलावा, 25 साल से कम उम्र का व्यक्ति पहली बार बंदूक के लाइसेंस के लिए तभी आवेदन कर सकता है जबकि उसके पास किसी सरकारी स्वास्थ्य अधिकारी या मनोवैज्ञानिक की ओर से जारी किया हुआ ‘मानसिक क्षमता' का सर्टिफिकेट हो.

आवेदक ‘विशेष ज्ञान' का प्रदर्शन कैसे करते हैं

बंदूक का लाइसेंस लेने वाले अभ्यर्थी को एक परीक्षा पास करना या फिर प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होता है. इसमें राज्य में हथियार रखने से संबंधित कानूनी और तकनीकी जानकारी का परीक्षण करते हैं, मसलन, बंदूकों के बारे में, उन्हें कैसे सुरक्षित तरीके से रखा जाता है और उन्हें बंदूक चलानी आती है या नहीं.

इसके अलावा कुछ अन्य परीक्षणों के माध्यम से उनके विशेष विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है ज्ञान को भी परखा जाता है. इनमें शिकारी लाइसेंस परीक्षा, बंदूक के व्यापार की परीक्षा या तीन साल के लिए बंदूक या हथियारों के व्यापार में पूर्णकालिक रोजगार शामिल हैं.

बंदूक समेत कुछ निश्चित प्रशिक्षण कोर्स के पूर्ण विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है होने पर एक परीक्षा होती है, जिसे विशेष ज्ञान परीक्षण कहा जाता है.

इसके अलावा, मान्यता प्राप्त शूटिंग असोसिएशन भी अपनी तरफ से कुछ परीक्षाएं आयोजित कर सकते हैं.

आवेदक बंदूक की जरूरत का प्रदर्शन कैसे करते हैं

कानून के मुताबिक आवेदकों को बंदूक का लाइसेंस पाने के लिए उसकी जरूरत को साबित करना होगा और साबित करना होगा कि यह उन्हें "निजी या आर्थिक हितों के लिए चाहिए और वो शिकारी, निशानेबाज, परंपरागत शिकारी, हथियार संग्रह करने वाले, हथियार विशेषज्ञ, हथियार निर्माता या हथियार व्यापारी से अलग हैं.”

जो लोग किसी भी तरह के अपराध को झेल चुके हैं या पीड़ित हैं, वो भी खुद के लिए हथियारों की जरूरत को प्रमाणित कर सकते हैं.

इसके अलावा शूटिंग एसोसिएशन और क्लबों के सदस्य भी बंदूक के लाइसेंस की जरूरत बता सकते हैं लेकिन ऐसा करने से पहले उन्हें अपने क्लबों या खेल एसोसिएशन से यह सर्टिफिकेट लेना होगा कि वे अपनी परंपरा का निर्वहन करने के लिए हथियार लेना चाहते हैं.

कलाशांति ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल (19 से 25 दिसंबर)

नई दिल्ली: लग्नराशि पर आधारित कलाशांति ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल में जानिए, आपका पारिवारिक जीवन, आर्थिक दशा, स्वास्थ्य व कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति इस सप्ताह कैसी रहेगी और यह भी कि इस सप्ताह आपको क्या-कुछ मिलने वाला है, आपके लिए क्या-क्या करना फायदेमंद रहेगा और परेशानियों से बचने के लिए आपको कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए। मेष : हफ्ते की शुरुआत अच्छी होगी। किए जा रहे प्रयासों में सफलता मिलने के संकेत हैं। नौकरी कर रहे जातकों को कार्यस्थल में थोड़ी परेशानी हो सकती है। हफ्ते के मध्य में स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। किसी से भी बहसबाजी से बचें। प्रेम संबंधों के लिए ये हफ्ता मिलाजुला रहनेवाला है। आसपास की किसी यात्रा के योग बन सकते हैं। खर्चा थोड़ा बढ़ सकता है। किसी के द्वारा दिया गया व्यापारिक सुझाव आपको फायदा दे सकता है।

वृषभ : सुखों में वृद्धि के योग हैं। आप अपने रहन-सहन पर खर्च कर सकते हैं। नौकरी और व्यापार में स्थिति अच्छी बनी रहेगी। किसी भी कार्य को जल्दबाजी से करने से बचें। पारिवारिक माहौल अच्छा बना रहेगा। पुराने लोगों से मुलाकात हो सकती है। ये हफ्ता विद्यार्थी वर्ग के लिए बहुत अच्छा जाएगा। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न बरतें। मन ना होने पर भी किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है।

मिथुन : इस हफ्ते आप अपने स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान देंगे। नौकरी तथा व्यापार की तलाश में भटक रहे लोगों को शुभ अवसर प्राप्त हो सकते हैं। उधार दिया पैसा वापस मिल सकता है। आप परिवार के साथ घूमने का प्रोग्राम बना सकते हैं। वार्तालाप करते समय शब्दों का ध्यान रखें, अन्यथा बनते काम बिगड़ सकते हैं। बुजुर्ग लोगों और सरकारी कार्यो में अड़चन आ सकती है।

कर्क : हफ्ते की शुक्सआत से ही लाभ के योग बनेंगे। बैंकों तथा किसी पॉलिसी से लाभ मिलने के योग हैं। इस हफ्ते आपको स्वास्थ्य पर बहुत ध्यान देना पड़ सकता है। पति-पत्नी और व्यापारिक साझेदारों के बीच मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। नौकरी कर रहे लोगों को उच्च अधिकारियों का साथ न मिलने से मन खिन्न विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है हो सकता है। आपको माता और भूमि से लाभ मिलना संभव है।

सिंह : हफ्ते की शुरुआत में स्वास्थ्य से संबंधित कोई विकार परेशान कर सकता है। खर्चो में वृद्धि से आर्थिक पक्ष कमजोर बन सकता है। कार्य के सिलसिले में व्यर्थ की भागदौड़ परेशान कर सकती है। इस हफ्ते विदेश यात्रा के योग भी बनेंगे। हफ्ते के मध्य भाग से आर्थिक पक्ष मजबूत हो सकता है तथा व्यवसाय में लाभ संभव है। पारिवारिक लोगों का साथ रहने से कई परेशानियों पर आप विजय प्राप्त करेंगे।

कन्या : हफ्ते की शुरुआत में आप अपने अटके हुए कार्यो को पूरा करने में समय देंगे। भावनाओं में बहकर कोई भी कार्य न करें, अन्यथा नुकसान हो सकता है। लाभ की विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है स्थिति बनी रहेगी। पारिवारिक वातावरण अच्छा बना रहेगा। विद्यार्थी वर्ग को थोड़ी परेशानी हो सकती है। माता की तबीयत बिगड़ सकती है। अचानक कोई लाभ होने से मन खुश होगा।

तुला : हफ्ते की शुरुआत से ही आप अपने रुके हुए कार्यो में गति देने के लिए ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। भाइओं का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी तथा व्यवसाय में आपका रुतबा बढ़ेगा और नौकरी में पदोन्नति भी संभव है। आर्थिक स्थिति सामान्य बनी रहेगी और लाभ की स्थिति बनेगी। जीवनसाथी तथा संतान के साथ खुशियों भरा समय व्यतीत करेंगे।

वृश्चिक : हफ्ते की शुरुआत में आप अपने कार्य पर बहुत ध्यान देंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। सहकर्मियों का भरपूर साथ मिलेगा। भाइयों का साथ देंगे तथा विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है उनके कार्यो में मदद भी करेंगे। अचानक लाभ की स्थिति बनी रहेगी। खर्चो में बढ़ोतरी हो सकती है। कार्यक्षेत्र में आपका लोगों से मिलना-जुलना बढ़ेगा। पारिवारिक जीवन मधुरता वाला रहेगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।

धनु : इस हफ्ते किए जा रहे प्रयासों में सफलता मिलेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। मान-सम्मान में वृद्धि के योग हैं। पिता तथा सरकारी कार्यो में अवरोध आ सकते हैं। पूजा-पाठ में ध्यान बढ़ सकता है। आर्थिक स्थिति में वृद्धि के योग हैं। यात्राएं लाभकारी सिद्ध होंगी। नौकरी कर रहे जातकों को उच्च अधिकारियों से प्रसंशा मिलेगी। आप माता की सेवा में लग सकते हैं।

मकर : इस हफ्ते आप स्वास्थ्य को लेकर चिंता रह सकते हैं। यात्राओं के योग बनेंगे, जो शारीरिक और मानसिक रूप से थकाने वाली हो सकती है। व्यर्थ के वार्तालाप से दूर रहें, अन्यथा मानसिक अशांति उत्पन्न हो सकती है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा तथा खर्चा भी बहुत रहेगा। पति-पत्नी तथा संतान के मध्य तालमेल बिगड़ सकता है। किसी से गिफ्ट प्राप्त हो सकता है।

कुंभ : इस हफ्ते आप कई कार्यो में व्यस्त रह सकते हैं। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को सफलता प्राप्त हो सकती है। आपका पराक्रम और आत्मविश्वास बढ़ा-चढ़ा रहेगा। ऑफिस में आप उत्तम समय व्यतीत करेंगे। यात्रा के योग बन सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें, थकावाट तथा सिरदर्द की परेशानी हो सकती है। रुका हुआ पैसा मिलने के योग बन सकते हैं। भाग्य का साथ बन रहेगा।

मीन : इस हफ्ते आपका स्वास्थ्य कुछ नरम रह सकता है। पेट से संबंधित कोई विकार उत्पन्न हो सकता है। विद्यार्थी वर्ग को पढ़ाई में अवरोध आ सकते हैं। हफ्ते के मध्य में जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त हो सकता है। वरिष्ठ लोगों से मतभेद हो सकता है। मित्रो के साथ समय व्यतीत कर सकते हैं। नौकरी के लिए किए आवेदन में सफलता प्राप्त हो सकती है।

(ज्योतिषी विशाल वाष्र्णेय कलाशांति ज्योतिष के संस्थापक हैं। यह साप्ताहिक राशिफल आपकी लग्नराशि के आधार पर आधारित है। ये समस्त राशिफल सामान्य हैं। किसी भी निश्चित परिणाम पर पहुंचने के लिए ज्योतिषी से दशा-अंतर्दशा और जन्मपत्री का पूर्ण रूप से अध्ययन कराना उचित रहता है।)

अब जिनपिंग की निकलेगी हेकड़ी, चीन पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' की तैयारी; बजट में होगा ऐलान

केंद्र सरकार अब ड्रैगन के खिलाफ बड़े आर्थिक फैसले लेने का मन बना चुकी है। इसका असर साल 2023-24 के लिए संसद में पेश किए जाने वाले बजट पर भी देखने को मिल सकता है। इस बजट में कड़े फैसले लिए जा सकते हैं।

अब जिनपिंग की निकलेगी हेकड़ी, चीन पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' की तैयारी; बजट में होगा ऐलान

चीन अपनी विस्तारवाद की नीतियों से बाज नहीं आ रहा है। ड्रैगन के लगभग अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवाद चल रहा है। हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में चीनी सैनिकों ने भारत के हिस्से में घुसने की कोशिश की। हालांकि, भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ दिया। केंद्र सरकार अब ड्रैगन के खिलाफ बड़े आर्थिक फैसले लेने का मन बना चुकी है। इसका असर साल 2023-24 के लिए संसद में पेश किए जाने वाले बजट पर भी देखने को मिल सकता है। इस बजट में चीन से भारत की आयात निर्भरता को कम करने के उपायों की घोषणा की जा सकती है। 'आत्मनिर्भर भारत' के अपने अभियान के आगे बढ़ाते हुए मोदी सरकार कड़े फैसले ले सकती है। इस मामले से अवगत दो अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।

केंद्र सरकार के इस फैसले से भारत में सीधे आयात किए गए चीन में तैयार सामानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लग सकता है। चीन के लिए यह किसी सर्जिकल स्ट्राइक से कम नहीं होगा, क्योंकि भारत चीनी सामानों का एक बड़ा बाजार है। हालांकि, भारत अपने पड़ोसी देशों से कच्चे माल का आयात करना जारी रखेगा।

एक अधिकारी ने कहा कि चीन में तैयार उत्पादों की आमद की जांच करने का एक तरीका सीमा शुल्क को फिर से जांचना है। कई मदों पर सीमा शुल्क के पुनर्गठित होने की उम्मीद है। इसे बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अपने 'मेक इन इंडिया' अभियान को भी इस बजट में प्रोत्साहित कर सकती है।

भारतीय कंपनियों और सरकारी विभागों ने 100 से अधिक चीनी उत्पादों को अब तक बैन किया है। इनमें पॉलिएस्टर यार्न, ऑप्टिकल फाइबर, सौर सेल, विनाइल टाइलें, सैकरिन, नेत्र लेंस, विभिन्न स्टील आइटम, रसायन, चीनी मिट्टी की चीज़ें, टेबलवेयर, रसोई के बर्तन, कांच के बने सामान, एल्युमिनियम फॉयल और एमोक्सिसिलिन और ओफ़्लॉक्सासिन जैसे फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन शामिल हैं। दूसरे अधिकारी ने कहा कि चीन के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए गंभीरता से विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है विचार किया जा रहा है। उम्मीद है कि इस बजट में इस मुद्दे का समाधान निकलेगा।

उन्होंने कहा, ''हाल ही में चीन से आयात में गिरावट आई है। वैश्विक स्तर पर मांग में कमी के कारण कीमतों में गिरावट भी एक कारण हो सकता है। सरकार की आत्मानिर्भर भारत की नीति ने भी इसमें एक प्रमुख भूमिका निभाई है।''

आपको बता दें कि वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2022 में चीन से भारत का माल आयात 9.73% घटकर 7.85 अरब डॉलर हो गया। एक साल पहले इसी महीने में यह 8.7 अरब डॉलर था।

विशेषज्ञों ने कहा कि स्थानीय निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार की व्यापार नीति और उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना चीन पर अत्यधिक निर्भरता को कम करने में अच्छी तरह से काम कर रही है। उनका कहना है कि बजट उसी नीति रेखा को आक्रामक रूप से आगे बढ़ा सकता है।

Home in Dream: सपने में घर को टूटते, सजते अथवा बनते देखने का क्या आशय हो सकता है जानें क्या कहता है स्वप्न शास्त्र?

रात को गहरी नींद में आपको कब कौन-सा सपना दिख जाये, कहा नहीं जा सकता. उदाहरण के लिए आप सपने में अपने प्यारे से घर को खंडहर के रूप में देखते हैं, अथवा अपना घर बनते हुए देखते हैं, या फिर घर को बिकते हुए देखते हैं

Home in Dream: सपने में घर को टूटते, सजते अथवा बनते देखने का क्या आशय हो सकता है जानें क्या कहता है स्वप्न शास्त्र?

Home in Dream: रात को गहरी नींद विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है में आपको कब कौन-सा सपना दिख जाये, कहा नहीं जा सकता. उदाहरण के लिए आप सपने में अपने प्यारे से घर को खंडहर के रूप में देखते हैं, अथवा अपना घर बनते हुए देखते हैं, या फिर घर को बिकते हुए देखते हैं, तो आप तय नहीं कर पाते कि अमुक सपना दिखना आपके भविष्य के लिए किस तरह का संकेत हो सकता है. घर से संबंधित कुछ ऐसे ही सपनों का जिक्र हम यहां कर रहे हैं और जानेंगे कि ऐसे सपनों के संदर्भ में स्वप्न शास्त्र क्या दृष्टिकोण रखता है. यह भी पढ़े: सपने में दिखे पुराना घर? तो समझ लें ऐसा भी हो सकता है!

सपने में अपना घर दिखे तो क्या समझें

हर व्यक्ति की ख्वाहिश होती है कि उसका भी अपना घर-बार हो. ऐसे में इस तरह के सपने आ जायें तो अंदर से तो खुशियां मिलती हैं, लेकिन अगर इसे स्वप्न शास्त्र के नजरिये से देखा जाये तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके साथ कुछ बहुत अच्छा होने वाला है, आपके मान सम्मान में वृद्धि एवं तरक्की हो सकती है, अगर आप अविवाहित हैं तो इसका यह अर्थ भी हो सकता है कि आने वाले समय में अच्छा जीवनसाथी मिल जाये

सपने में अपने घर को खंडहर के रूप में देखना

कोई भी व्यक्ति बड़ी मेहनत-मशक्कत से अपना आशियाना तैयार करता है, और अगर वह उसे खंडहर होते देखे तो इससे बड़ी ट्रेजडी उसके लिए और क्या हो सकती है. लेकिन अगर आपने ऐसा कुछ सपने में देखा है तो ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं, क्योंकि स्वप्न शास्त्र इस तरह के सपने को शुभता का संकेत मानता है, और बताता है कि बहुत संभावना है कि निकट भविष्य में आपको अपने पूर्वजों की कोई बड़ी संपत्ति हासिल हो सकती है.

सपने में घर का बटवारा होते देखना

अगर आपने बड़ी मेहनत-मशक्कत से विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है घर बनाया है, तो आप इस बात को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते कि आपके घर का किसी भी कीमत पर बंटवारा हो, लेकिन सपना तो सपना होता है. सपने पर किसी का नियंत्रण नहीं होता. सपने में विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है घर का बंटवारा होते देखने के संदर्भ में स्वप्न शास्त्र का मानना है कि यह अच्छा संकेत नहीं है. यह निकट भविष्य में आपके व्यापार अथवा रोजगार में जोखिम अथवा अन्य कठिनाइयों के आगमन का संकेत हो सकता है.

सपने में घर को सजते हुए देखना

अकसर शादी-ब्याह के अवसर पर घरों की साज-सज्जा की जाती है, जो किसी शुभता को दर्शाता है, लेकिन अगर आप सपने में यह सब कुछ देखते हैं तो इसका क्या आशय हो सकता है. स्वप्न शास्त्र के अनुसार इस तरह के सपने आने वाले आर्थिक संकट का संकेत हो सकता है. आपकी कोई योजना खटाई में पड़ सकती है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप अपनी योजनाओं पर गंभीरता से पुनर्विचार करें.

सपने में अपनी जमीन बेचना

सपने में आप स्वयं को जमीन बेचते हुए देखते हैं, तो यह सपना आपके लिए शुभ और अशुभ दोनों का संकेत हो सकता है. एक तरफ आप किसी आर्थिक संकट में फंस सकते हैं वहीं यह आपके विकास का भी प्रतीक हो सकता है. अगर आपने ऐसा सपना देखा है तो आपको बहुत सोच समझ कर नये फैसले लेने होंगे.

पाकिस्तान का निकलता जा रहा दिवाला, बिलावल भुट्टो ने बौखलाकर दिया PM मोदी पर बयान

पाकिस्तान की बेहद खस्ता आंतरिक हालात के चलते वहां की सियासत में भूचाल देखने को मिल रहा है। माना जा रहा है कि जटिल सियासी और आर्थिक स्थिति से ध्यान बंटाने के लिए ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। विभिन्न मोर्चों पर भारत से हो रही तुलना और जनता के बढ़ते दबाव के चलते ध्यान बंटाने की कोशिश हो रही है। जानकारों का कहना है कि इमरान खान का अपनी दो प्रांतीय सरकारों को बलि चढ़ाने का दांव पाकिस्तान के मौजूदा संकट को चरम पर पहुंचा सकता है। पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई, कर्ज का बोझ और अराजकता की हालत से भारत भी सतर्क है। कूटनीतिक जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान में जिस तरह के हालात हैं उससे भारत विरोधी ताकतें और आतंकी गुट भी बेलगाम हो सकते हैं।

हालांकि, कर्ज के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के आगे गिड़गिड़ा रही पाकिस्तानी हुकूमत गंभीर पशोपेश में है, क्योंकि एक गलत कदम इसकी हालत को बद से बदतर बना सकता है। एक पूर्व राजनयिक ने कहा कि मौजूदा पाकिस्तान सरकार सीमित इलाको में सिमटी हुई है। प्रांतीय सरकारों में इमरान खान का दबदबा है। ऐसे में खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में सरकार भंग करने के इमरान के दांव का मतलब है पाकिस्तान में 66 फीसदी असेंबली सीटें खाली हो जाएंगी। इससे पाकिस्तान में राजनीतिक संकट बड़ा हो जाएगा। पूरी लोकतांत्रिक व्यवस्था चरमरा जाएगी। तुरंत चुनाव की मांग कर रहे इमरान इस दांव से बड़ा दबाव बनाने में सफल होंगे। लेकिन जानकार मानते हैं पाकिस्तानी सेना की भूमिका को नजरंदाज करना मुश्किल होगा। हाल ही में पाकिस्तान में नए सेना अध्यक्ष बने हैं। मौजूदा सरकार उनसे अच्छा रिश्ता बनाकर चल रही है। ऐसे में अगर सेना ने कोई कदम उठाया तो हालात अप्रत्याशित रूप से बदल सकते हैं।

जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान की महंगाई, खस्ता आर्थिक हालत और बदइंतजामी के चलते राजनीतिक चर्चा में भारत को लेकर बाते हो रही हैं। वहीं आम लोग भी भारत की तुलना में कई गुना महंगाई को मुद्दा बना रहे हैं। बाढ़, कोविड, राजनीतिक अस्थिरता और वित्तीय कुप्रबंधन की वजह से संकट में फंसे पाकिस्तान की हालत बिगड़ती जा रही है। आर्थिक संकट पाकिस्तान की मौजूदा सरकार को इमरान के आगे झुकने पर मजबूर कर सकता है। ऐसे में भारत विरोधी बयान और कश्मीर को लेकर पाकिस्तानी हुक्मरानों की बयानबाजी तेज हो सकती है।

सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में जारी मौजूदा अस्थिरता की वजह से ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ बातचीत लगातार टल रही है। कर्ज की अगली किस्त को लेकर ये बातचीत नवंबर में ही होनी थी। लेकिन राजनीतिक अस्थिरता की वजह से आर्थिक मदद देने से पहले दूसरी अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाएं भी आईएमएफ की हरी झंडी का इंतजार कर रही हैं। जानकार मानते हैं कि निरंतर राजनीतिक टकराव की वजह से देश की पूरी व्यवस्था कमज़ोर हो चुकी है, लेकिन राजनीतिक टकराव में कमी आने के कोई संकेत नहीं दिख रहा। पाकिस्तान के लिए गंभीर बात यह भी है है कि मौजूदा हालात में पाकिस्तान को कोई राहत मिलती नजर नहीं आती। पिछले महीने ही सैयद असीम मुनीर अहमद शाह पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख बने थे। उन्होंने कमान संभालते ही कहा था कि भारत को मुंहतोड़ जवाब देंगे। जानकार कह रहे हैं अब शहबाज शरीफ और बिलावल भारत के खिलाफ बोलकर अपनी वफादारी दिखाएंगे। बिलावल का बयान भी इसी कड़ी में देखा जा सकता है और इन सबके मूल में वहां की आंतरिक विदेशी मुद्रा व्यापार में बहुत कुछ क्या है स्थिति है।

पाकिस्तान में मुश्किल से छह अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार है। इससे कुछ हफ्तों तक ही आयात बिल चुकाया जा सकता है। पाक सरकार देश के भीतर हर मोर्चे पर नकाम हो रही है। ऐसे में जनता को खुश करने के लिए ध्यान बंटाने के कई फॉर्मूले सामने आ सकते हैं। फिलहाल भारत को पूरी तरह से सतर्क निगाह बनाए रखना होगा। गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की तत्काल चुनाव कराने की मांग को खारिज कर दिया है। सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने कहा कि चुनाव केवल अगस्त 2023 में होंगे जब सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर लेगी। लेकिन, इमरान दबाव बनाए हुए हैं।

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