शायद आपको पता न हो, विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल वारेन बफे भी शेयर बाजार (Stock Market) में ही निवेश कर अरबपति बने हैं.
शेयर बाजार के कार्य, विशेषताएँ, लाभ, सीमाये/दोष
शेयर बाजार से आशय उस बाजार से है जहां नियमित कम्पनीयों के अंशपत्र, ऋणपत्र, प्रतिभूति, बाण्ड्स आदि का क्रय विक्रय होता है। शेयर बाजार एक संघ, संगठन या व्यक्तियों की संस्था है जो प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय या लेनदेन के उद्देश्य हेतु सहायक नियमन व नियंत्रण के लिए स्थापित किया जाता है फिर चाहे वह निर्गमीत हो या न हो।
1. अनवरत बाजार उपलब्ध कराना- शेयर बाजार सूचीबद्ध प्रतिभूतियों के नियमित एवं सुविधापूर्ण क्रय-विक्रय के लिए एक स्थान है। शेयर बाजार विभिन्न अंशों, ऋणपत्रों, बॉण्ड्स एवं सरकारी प्रतिभूतियों के लिए तात्कालिक एवं अनवरत बाजार उपलब्ध कराता है इसके माध्यम से प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय मे उच्च कोटि की तरलता पाई जाती हैं क्योंकि इसके धारक जब भी चाहें, अपनी प्रतिभूतियों का नकद भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।
2. मूल्य एवं विक्रय सम्बन्धी सूचना प्रदान करना-एक शेयर बाजार विभिन्न प्रतिभूतियो के दिन-प्रतिदिन के लेने देन का पूर्ण विवरण रखता है और मूल्य एवं विक्रय की मात्रा की नियमित सूचना प्रेस एवं अन्य संचार माध्यमों को देता रहता है वास्तव मे आजकल आप टी.वी. चैनल जैसे-सी.एन.बी.सी. जी न्यूज, एन.डी.टी.वी. और मुख्य खबरों (हेड लाइन) के माध्यम से विशिष्ट अंशों के विक्रय की मात्रा एवं मूल्यों के सम्बन्ध मे मिनट-मिनट की जानकारी प्राप्तर कर सकते है। यह निवेशकों को उन प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय के सम्बन्ध में शीघ्र निर्णय लेने की सुविधा प्रदान करता है जिनके लेनदेन में वे इच्छुक है।
Stock Market: शेयर बाजार क्या है?
BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं. शेयर बाजार (Stock Market) में हालांकि बांड, म्युचुअल फंड और डेरिवेटिव का भी व्यापार होता है.
स्टॉक बाजार या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते हैं.
शेयर खरीदने का मतलब क्या है?
मान लीजिये कि NSE में सूचीबद्ध किसी कंपनी ने कुल 10 लाख शेयर जारी किए हैं. आप उस कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार जितने शेयर खरीद लेते हैं आपका उस कंपनी में उतने हिस्से का मालिकाना हक हो गया. आप अपने हिस्से के शेयर किसी अन्य खरीदार को जब भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है भी चाहें बेच सकते हैं.
Share Market: क्या शेयर मार्केट में शेयर खरीदने की कोई लिमिट है?
#2. शेयर खरीदने की दो मार्केट हैं और दोनों में अलग-अलग लिमिट है
सामान्य भाषा में कहें, तो किसी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए दो तरह की मार्केट होती हैं। पहली प्राइमरी मार्केट और दूसरी सेकंडरी मार्केट। दोनों ही मार्केट में कोई निवेशक किसी कंपनी के कितने शेयर खरीद सकता है या कुल कितने शेयर खरीद सकता है, इसके अलग-अलग नियम हैं, जो हम आपको बताएंगे।
#A. प्राइमरी मार्केट
प्राइमरी मार्केट में शेयर खरीदने वालों को तीन अलग-अलग कैटेगरी में बांटा जाता है, जिनके लिए शेयर खरीदने की लिमिट अलग-अलग होती है।
1. खुदरा निवेशक: इस कैटेगरी में आने वाले लोग अधिकतम दो लाख रुपए तक के शेयर खरीद सकते हैं। फिर वो चाहे एक ही कंपनी के दो लाख रुपए के शेयर खरीद लें भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है या अलग-अलग कंपनियों के कुल-मिलाकर दो लाख रुपए के शेयर खरीद लें।
2. हाई नेटवर्क इंडिविजुअल: इनके लिए कोई सीमा नहीं होती है। ये जितनी चाहें, उतनी कीमत के शेयर खरीद सकते हैं।
3. संस्थागत निवेशक: इनके लिए भी कोई सीमा नहीं होती है। ये जिस कंपनी के जितने चाहें, उतनी कीमत के शेयर खरीद सकते हैं।
Share Kitne Prakar Ke Hote Hain? शेयर और स्टॉक क्या अंतर होता है?
मुख्य रूप से शेयर तीन प्रकार के होते हैं – कॉमन, बोनस और प्रीफरड शेयर. आइए जानते हैं कि हमारे लिए कौन कब और कैसे बेहतर है.
सबसे पहले हम लोग बात कर लेते हैं कि शेयर किसे कहते हैं? शेयर को आम बोलचाल में हिस्सेदारी भी कहा जा सकता है. कोई भी कंपनी पूंजी के वास्ते अपने हिस्सेदारी को भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है शेयर मार्केट में बेचती है तो, उस हिस्सेदारी को ही शेयर कहते हैं.
शेयर और स्टॉक क्या अंतर होता है?
कंपनी के हिस्सेदारी की निम्न इकाई को शेयर कहा जाता है. कंपनी जब शेयर मार्केट से ज्यादा से ज्यादा पूंजी जुटाने के चक्कर में, अपने हिस्सेदारी को बहुत सारे छोटे हिस्सों में बांट देते हैं.
ताकि कोई भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है भी छोटा से छोटा निवेशक उस हिस्सेदारी को खरीद सकें. मान लीजिए कि कोई कंपनी एक करोड़ रुपिया का हिस्सेदारी अपने मार्केट में बेचती है और उसको एक करोड़ हिस्से में बांट देता है. इसका सीधा सा मतलब हुआ कि एक शेर का वैल्यू ₹1 हुआ.
मान लीजिए कि एक करोड़ लोगों ने एक-एक शेयर को खरीद लिया, ऐसे में इतने सारे निवेशकों का हिसाब रखना मुश्किल होता है. इस भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है झंझट से बचने के लिए स्टॉक एक्सचेंज एवं कंपनी मिलकर के इन एक करोड़ शेयरों के कुछ बड़े समूह बना दिए जाते हैं, उस बड़े समूह को स्टॉक कहा जाता है.
याद रखेगा हिस्सेदारी की सबसे छोटी इकाई को शेयर करते हैं तो बड़ी इकाई को स्टॉक कहते हैं. इसीलिए शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट भी कहा जाता है.
शेयर कितने प्रकार के होते है?
शेयर मार्केट के प्रकार को लेकर के लेखकों की राय थोड़ी बटी हुई है. फिर भी हमारी कोशिश होगी कि आपको सही जानकारी दिया जाए. मुख्य रूप से शहर के तीन प्रकार होते हैं जो सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं.भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है
इक्विटी शेयर (Equity Share)
इक्विटी शेयरों को साधारण शेयरों (Common Shares) के रूप में भी जाना जाता है. कंपनी द्वारा जारी किए गए अधिकांश शेयर इक्विटी शेयर होते हैं. मुख्य रूप से यह सेकेंडरी शेयर होता है.
इन शेयरधारकों के पास कंपनी की बैठकों में मतदान का अधिकार होता है. वे निदेशक मंडल (board of directors) द्वारा घोषित लाभांश प्राप्त करने के भी हकदार होता है.
हालाँकि, इन शेयरों पर लाभांश निश्चित नहीं है और यह कंपनी के लाभ के आधार पर साल-दर-साल भिन्न हो सकता है. इक्विटी शेयरधारकों को वरीयता शेयरधारकों के बाद लाभांश प्राप्त होता है.
इन तीन वजहों से शेयर बाजार में आई साल की सबसे बड़ी गिरावट, दो दिन में निवेशकों के 10 लाख करोड़ डूबे
- नई दिल्ली,
- 14 फरवरी 2022,
- (अपडेटेड 14 फरवरी 2022, 10:06 PM IST)
- Nifty के सभी 50 शेयर टूटे
- Nifty Bank भारी दबाव में रहा
BSE Sensex सोमवार भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है को 1,747.08 अंक (3 फीसदी) लुढ़कर 56,405.08 अंक पर बंद हुआ. NSE Nifty भी इसी प्रकार 531.95 अंक (3.06 फीसदी) गिरकर 16,842.80 अंक पर बंद हुआ. घरेलू शेयर बाजारों में करीब एक साल भर में यह सबसे गिरावट रही. इससे पहले 26 फरवरी, 2021 को सेंसेक्स में 1,940 अंक और निफ्टी में 568 अंक की गिरावट आई थी. पिछले दो सत्र में शेयर बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों को काफी अधिक नुकसान भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है हुआ है. पिछले दो सत्र में बिकवाली की वजह से निवेशकों के 12.43 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं. BSE का Combined Market Cap गुरुवार को 267.81 लाख करोड़ रुपये पर रहा था जो सोमवार को गिरकर 255.38 लाख करोड़ रुपये पर रह गया.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 845