cryptocurrency बहुत risky है, कृपया अपने रिस्क और अपने सामर्थ्य से काम लें और किसी के बहकावे में न आए और किसी भी तरह के नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं है। लेखक
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भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज | Top Cryptocurrency Exchanges in India Hindi
आप इस पोस्ट को पढ़ रहे है इसका अर्थ है आप Cryptocurrency के बारे में जानते है आजकल शायद ही कोई होगा जिसने Bitcoin का नाम ना सुना हो लेकिन आपके मन में ये सवाल आया होगा की आखिर इस Cryptocurrency को खरीदे कैसे और बेचे कैसे इसका सीधा सा जवाब है exchanges जहां से आप इनको खरीद बेच सकते है। अब हम आपको बताएंगे भारत के Top Cryptocurrency Exchanges In India वो भी हिंदी में।
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CoinDCX
- जब cryptocurrency exchange की बात आती है तो पहले नंबर पर रहता है भारत का CoinDCX का नाम सबसे पहले आता है।
- CoinDCX का मुख्यालय भारत के मुंबई में है और इसको 2018 में लॉन्च किया गया।
- क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज के रूप में इनके एक आंकड़े के मुताबिक इस 7.5 मिलियन लोगो द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
- आप इसमें कम से कम ₹100 से ट्रेडिंग स्टार्ट कर सकते है।
- इससे आप Bitcoin, dogecoin, ethereum जैसी 200 cryptocurrency में निवेश कर सकते है।
Zebpay
- Zebpay की स्थापना 2014 में हुई और तब से लेकर आज तक इसमें 5 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता जुड़ गए है।
- Zebpay की सबसे बड़ी खासियत की ये 162 देशों में उपलब्ध में है।
- Zebpay वेब, आईओएस और एंड्रॉइड पर उपलब्ध है।
WazirX
- WazirX भी आपको Bitcoin, Ethereum, Ripple, Litecoin आदि cryptocurrency में लेनदेन की सुविधा देता है।
- इसकी अपनी खुद की Cryptocurrency token का नाम WRX है।
- WazirX वेब, एंड्रॉइड और आईओएस मोबाइल, विंडोज और मैक ऐप आदि पर उपलब्ध है।
CoinSwitch Kuber
- CoinSwitch Kuber से भी आप ₹100 से Bitcoin में ट्रेडिंग क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है स्टार्ट कर सकते है।
- वर्तमान में भारत में इसके सबसे ज्यादा उपयोगकर्ता है और इनकी संख्या 11 मिलियन है।
- इसमें आप 80+ cryptocurrency में इन्वेस्ट कर सकते है।
binance
- binance भी फिलहाल भारत में काफी ज्यादा चर्चा में है।
- इनका न्यूज ब्लॉग आपको खबरों तक पहुंचा सकता है।
Note:- आज हमने भारत के सबसे अच्छे क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के बारे में जाना cryptocurrency के बारे में जानने के लिए जुड़े रहे Jodhpurnationaluniversity.com से।
cryptocurrency बहुत risky है, कृपया अपने रिस्क और अपने सामर्थ्य से काम लें और किसी के बहकावे में न आए और किसी भी तरह के नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं है।
लेखक
Crypto-Currency Exchange WazirX के डायरेक्टर पर ईडी का शिकंजा, 64.67 करोड़ रुपए की बैंक संपत्ति जब्त
ED ने जैनमाई लैब प्राइवेट लिमिटेड (Zanmai Lab Pvt Ltd) के एक डायरेक्टर के ठिकानों की तलाशी ली है. ईडी ने कंपनी के जिस डायरेक्टर के यहां तलाशी ली है, वह WazirX नाम की मशहूर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज का मालिक है.
WazirX क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED की बड़ी कार्रवाई (PTI)
WazirX Crypto-Currency Exchange: प्रवर्तन निदेशालय ने जैनमाई लैब प्राइवेट लिमिटेड (Zanmai Lab Pvt Ltd) के एक डायरेक्टर के ठिकानों की तलाशी ली है. ईडी (Enforcement Directorate) ने कंपनी के जिस डायरेक्टर के यहां तलाशी ली है, वह WazirX नाम की मशहूर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज का मालिक है. ईडी ने डायरेक्टर के बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश भी दे दिए हैं, जिसमें 64.67 करोड़ रुपये जमा हैं. आरोप है कि वजीरएक्स क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के निदेशक ने वर्चुअल क्रिप्टो एसेट्स की खरीद और ट्रांसफर के माध्यम से धोखाधड़ी के पैसों की लॉन्ड्रिंग में आरोपी इंस्टेंट लोन ऐप कंपनियों की मदद की है.
3 अगस्त को हैदराबाद में हुई थी छापेमारी
जांच एजेंसी ने कहा कि उन्होंने 3 अगस्त को हैदराबाद में जानमाई लैब प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर और वजीरएक्स के मालिक के खिलाफ छापेमारी की थी. ईडी ने बताया कि डायरेक्टर ने पूछताछ के दौरान जांच में मदद नहीं की थी. बता दें कि क्रिप्टो एक्सचेंज के खिलाफ ईडी की ये जांच भारत में काम कर रहे तमाम चीनी लोन ऐप (मोबाइल एप्लिकेशन) के खिलाफ चल रही जांच से जुड़ी है. एजेंसी ने वजीरएक्स पर क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है पिछले साल विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया था.
डेटाबेस का एक्सेस होने के बावजूद समीर म्हात्रे ने नहीं की ईडी की मदद
ईडी ने कहा कि वजीरएक्स के निदेशक समीर म्हात्रे के पास वजीरएक्स के डेटाबेस का पूरा रिमोट एक्सेस है, इसके बावजूद वह क्रिप्टो एसेट्स से संबंधित लेनदेन का ब्यौरा नहीं दे रहा है जो कि इंस्टेंट लोन ऐप द्वारा धोखाधड़ी की आय से खरीदा गया है.
ईडी ने कहा कि क्रिप्टो-एक्सचेंज ने अस्पष्टता को प्रोत्साहित करके और एंटी मनी लॉन्ड्रिंग नॉर्म्स को कमजोर बनाकर करीब 16 आरोपी फिनटेक कंपनियों की क्रिप्टो रूट के माध्यम से गलत तरीके से कमाई गई रकम को वैध बनाने में सक्रिय रूप से मदद की है. इसलिए, धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत वजीरएक्स के पास पड़ी 64.67 करोड़ रुपये की बराबर चल संपत्ति को जब्त कर लिया गया है.
बताते चलें कि भारतीय जांच एजेंसी ईडी, देश में काम करने वाली तमाम NBFC कंपनियों और उनके फिनटेक पार्टनर्स के खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने और निजी डेटा का दुरुपयोग करने वालों के लिए खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच कर रही है.
चीनी फंड द्वारा समर्थित फिनटेक कंपनियों को नहीं मिला था एनबीएफसी लाइसेंस
चीनी फंड द्वारा समर्थित विभिन्न फिनटेक कंपनियों को उधार कारोबार करने के लिए आरबीआई से एनबीएफसी लाइसेंस नहीं मिल सका था. इसलिए उन्होंने बंद हो चुकी एनबीएफसी कंपनियों के साथ एमओयू का रास्ता तैयार किया ताकि उनके लाइसेंस के जरिए कारोबार किया जा सके. आपराधिक जांच शुरू होने के बाद इनमें से कई फिनटेक ऐप ने अपना बोरिया-बिस्तर बांध लिया और गलत तरीके से कमाई गई रकम को छिपा लिया.
ED searches the Director of WazirX Crypto-Currency Exchange & freezes its Bank assets worth Rs 64.67 Crore for assisting accused Instant Loan APP Companies in laundering of fraud money via purchase & transfer of virtual crypto assets.
— ED (@dir_ed) August 5, 2022
क्रिप्टो एसेट्स खरीदने के लिए खर्च की गई मोटी रकम
फंड ट्रेल की जांच करते हुए ईडी ने पाया कि फिनटेक कंपनियों ने क्रिप्टो एसेट्स खरीदने में मोटा पैसा खर्च किया और फिर उन्हें विदेशों में ट्रांसफर कर दिया. इन कंपनियों और इनके वर्चुअल एसेट्स को फिलहाल ट्रेस नहीं किया जा सकता. क्रिप्टो-एक्सचेंज को समन जारी कर दिया गया है.
जांच में पाया गया कि अधिकतम रकम को वजीरएक्स एक्सचेंज को भेज दिया गया था और इस तरह खरीदे गए क्रिप्टो-एसेट्स को अज्ञात विदेशी वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया गया था.
क्रिप्टो एक्सचेंज की तबाही से भारत में भी भय का माहौल, देश में क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स के प्रमुख सैम बैंकमैन-फ्राइड दो दिन पहले तक टेक की दुनिया के सुपरस्टार थे। उन्हें क्रिप्टो का रक्षक, डेमोक्रेटिक राजनीति में नवीनतम शक्ति और संभावित रूप से दुनिया के पहले खरबपति जैसे विशेषणों से नवाजा जाता था, लेकिन आज वह क्रिप्टो जगत के सबसे बड़े खलनायक हैं। 30 वर्षीय बैंकमैन-फ्राइड द्वारा चलाया जा रहा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शुक्रवार को दिवालिया हो गया और निवेशकों और ग्राहकों ने खुद को ठगा महसूस किया। अगर आप भी क्रिप्टो में निवेश के बारे में सोच क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है रहे हैं तो अच्छी तरह से जान लें कि आप एक ऐसी अंधी गली में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें कब क्या हो जाए किसी को नहीं मालूम।
भारतीयों के लिए क्या हैं मायने
गुरुग्राम के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर ब्रजेश शर्मा ने पांच साल पहले क्रिप्टोकरेंसी में दो लाख रुपये का निवेश किया था। पिछले साल तक वह निवेश से काफी उत्साहित थे, लेकिन अब डर सताने लगा है। ऐसा ही कुछ बंगलूरू में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रितेश कुमार का सोचना है। उनका कहना है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को न तो मान्यता है और न ही क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियां अपने बारे में कुछ खुलकर बताती हैं। ऐसे में अगर पैसा डूबा तो हम कोई दरवाजा भी नहीं खटखटा सकते हैं।
- सितंबर में भारतीय क्रिप्टो मार्केट लूना और टेरा में करोड़ों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी गंवा चुके हैं।
- सरकार ने क्रिप्टो के विनिमय पर टैक्स शुरू किया, तो मार्केट में स्थिरता लौटने की उम्मीद थी लेकिन एफटीएक्स मामले से संभावनाओं पर पानी फिर गया।
- भारत सरकार क्रिप्टो विनिमय पर टैक्स तो लेती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी है। जानकार कहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी जोखिमभरा जुआ है।
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हालात और बुरे होने की आशंका
- जानकारों के अनुसार, पहले से मंदे बाजार को अब इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
- एफटीएक्स के ढहने के बाद मार्केट में नकदी का संकट पैदा हो सकता है, जिसका खामियाजा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को भुगतना पड़ेगा।
- भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के उपाध्यक्ष राजगोपाल मेनन को डर है कि सबसे बुरा अभी खत्म नहीं हुआ है और कुछ भी हो क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है सकता है। उन्होंने कहा कि पहले से मंदे बाजार को इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
सरकार और आरबीआई की सर्तकता से बचे निवेशक
दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों के अरबों डॉलर डूब गए। हालांकि, सरकार और आरबीआई के सतर्क रुख से भारतीय निवेशकों पर इसका कोई असर नहीं हुआ है। आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है बार-बार इनकार करता रहा है। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन पर चेतावनी भी दी है। इसके अलावा, सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी का भारी-भरकम टैक्स और लेनदेन पर एक फीसदी का अतिरिक्त टीडीएस भी लगाया है। आंकड़ों के मुताबिक, वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी बाजार का पूंजीकरण 2021 में 3 लाख करोड़ डॉलर (234.7 लाख करोड़ रुपये) था। एक साल में ही इसका कुल बाजार मूल्य 2 लाख करोड़ डॉलर (165 लाख करोड़ रुपये) घटकर अब एक लाख करोड़ डॉलर (81.23 लाख करोड़ रुपये) रह गया है।
Crypto Crash: क्रिप्टो एक्सचेंज में इतनी बड़ी गिरावट की क्या है वजह? जानिए
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह इतने बड़े पैमाने पर हुई कोई पहली गिरावट नहीं है. बचाव की राह मुश्किल एफटीएक्स और अल्मेडा दोनों एक्सचेंज का बहुलांश स्वामित्व रखने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड ने इस साल की शुरुआत में अन्य बदहाल क्रिप्टो कंपनियों को मुश्किल से उबारा था.
Crypto Crash Reason: अधिक समय नहीं हुआ जब एफटीएक्स दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग मंचों में से एक था. वर्ष 2019 में स्थापित इस क्रिप्टो एक्सचेंज में बड़ी तेजी से बढ़ोतरी हुई और वर्ष 2022 क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है की शुरुआत में इसका मूल्य 30 अरब डॉलर तक पहुंच गया था. लेकिन पिछले दो हफ्तों में पूरी तस्वीर ही बदल चुकी है.
सबसे पहले एफटीएक्स और परिसंपत्ति-व्यापार फर्म अल्मेडा रिसर्च के संबंधों को लेकर चिंताएं सामने आयीं. इस दौरान ग्राहकों के पैसे को एफटीएक्स से अल्मेडा में स्थानांतरित किये जाने की चर्चाएं भी शामिल हैं.
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कुछ दिनों बाद सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज और एफटीएक्स के प्रतिद्वंद्वी बिनेंस ने ऐलान किया कि वह एफटीटी टोकन की अपनी होल्डिंग को बेच देगी. इससे घबराये ग्राहक एफटीएक्स से धन निकालने के लिए दौड़ पड़े और यह एक्सचेंज अब पतन के कगार पर पहुंच चुका है. इसकी वेबसाइट पर यह संदेश भी जारी कर दिया गया है कि वह वर्तमान में निकासी की प्रक्रिया में असमर्थ है.
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह इतने बड़े पैमाने पर हुई कोई पहली गिरावट नहीं है. बचाव की राह मुश्किल एफटीएक्स और अल्मेडा दोनों एक्सचेंज का बहुलांश स्वामित्व रखने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड ने इस साल की शुरुआत में अन्य बदहाल क्रिप्टो कंपनियों को मुश्किल से उबारा था.
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लेकिन अब वह अपनी कंपनियों को बचाने के लिए आठ अरब डॉलर का निवेश करने वाले की तलाश में हैं. लेकिन कई फर्मों के पहले ही एफटीएक्स में अपनी हिस्सेदारी को बट्टे खाते में डाल देने से बैंकमैन-फ्राइड के लिए इच्छुक निवेशकों को ढूंढना आसान नहीं होगा.
बिनेंस ने इस क्रिप्टो एक्सचेंज का अधिग्रहण करने के बारे में सोचा लेकिन आखिर में उसका फैसला नकारात्मक ही रहा. इसने कदाचार के आरोपों और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग की जांच से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए अपने कदम पीछे खींच लिये. ऐसी स्थिति में अब एफटीटी की कीमत बहुत गिर क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है गई है.
एक हफ्ते पहले यह 24 डॉलर पर कारोबार कर रहा था लेकिन अब यह चार डॉलर से भी नीचे आ गया है. सावधानी का सबक सही तरह से विनियमित नहीं हो रहे एक्सचेंजों पर बिना किसी अंतर्निहित मौलिक मूल्य के 'परिसंपत्तियों' में व्यापार करना हमेशा एक बहुत ही जोखिम भरा प्रयास होता है.
कई लोगों के लिए यह नुकसान का सौदा बन सकता है. क्रिप्टो से अलग तरह की परिसंपत्तियों का मामला अलग होता है. आम कंपनी के शेयरों का एक बुनियादी मूल्य होता है जो कंपनी के मुनाफे से भुगतान किये गए लाभांश पर आधारित होता है. रियल एस्टेट का भी एक आधारभूत मूल्य होता है, जो निवेशक को मिलने वाले किराये या उस पर उसके भौतिक कब्जे को दर्शाता है.
एक बांड का भी मूल्य उस पर मिलने वाले ब्याज की राशि पर निर्भर करता है. यहां तक कि सोने का भी कुछ व्यावहारिक उपयोग होता है. लेकिन बिटकॉइन, ईथर और डॉजकॉइन जैसी कथित क्रिप्टो मुद्राओं का ऐसा कोई बुनियादी मूल्य नहीं होता है. वे पार्सल आगे बढ़ाने वाले खेल की तरह हैं, जिसमें सट्टेबाज कीमत गिरने से पहले उन्हें किसी और को बेचने की कोशिश करते हैं.
क्रिप्टो पर प्रभाव इन घटनाओं ने क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र में विश्वास को और कम कर दिया है. इस नयी घटना से पहले ही क्रिप्टो-मुद्राओं का 'मूल्य' तीन लाख करोड़ डॉलर के उच्च स्तर से गिरकर एक लाख करोड़ डॉलर पर आ गया था. अब तो यह और भी नीचे गिर गया है.
जिस तरह इंटरनेट आधारित कारोबार में अमेजन जैसी कुछ कंपनियां ही दिग्गज बन पाई हैं, उसी तरह यह संभव है कि क्रिप्टो की रूपरेखा तय करने क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है वाली ब्लॉकचेन तकनीक पर निर्भर केवल कुछ कंपनियां ही स्थायी तौर पर उपयोगी साबित हों.
मुद्रा के इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप के विचार को केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा की शक्ल में अब अपनाया जा रहा है. लेकिन बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के मुख्य अर्थशास्त्री ह्यून सोंग शिन के शब्दों में कहें तो 'क्रिप्टो से जो कुछ भी किया जा सकता है वह केंद्रीय बैंक के पैसे से बेहतर किया जा सकता है.
('द कंवरसेशन' में प्रकाशित इस लेख को जॉन हॉकिंस ने लिखा है, जो कैनबरा यूनिवर्सिटी के कैनबरा स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स, इकोनॉमिक्स एंड सोसाइटी में वरिष्ठ व्याख्याता हैं.)
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क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है
Plantel Fluminense FC
# | Jogadores | Idade |
---|---|---|
7 | André Volante | 20 |
5 | Wellington Volante | 31 |
52 | Felipe Melo Volante | 39 |
– | Alexsander Volante | 18 |
LANCE! A semana foi especial para André. O camisa 7 renovou o contrato com o Fluminense, agora vigente até 2026, e também anunciou que será pai pela primeira vez.
Germán Cano, do Fluminense, foi eleito o craque do Brasileirão 2022 em votação realizada no ge. O atacante क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है argentino recebeu 39,32% dos votos (19.996) e superou Gustavo Scarpa.
Quais os maiores ídolos na história do Fluminense
- 1 . Castilho: Maior número de jogos no Fluminense.
- 2 . Pinheiro: Xerife e zagueiro artilheiro.
- 3 . Didi: Gênio das Laranjeiras.
- 4 . Telê Santana: O Fio de Esperança.
- 5 . Waldo: Maior artilheiro do Fluminense.
- 6 . Escurinho: O rápido “Flecha Negra”
- 7 .
- 8 .
Quem é o 9 do Fluminense
Aos 38 anos, Fred dedicou 12 deles vestindo a camisa do Fluminense e se tornou um dos maiores nomes da História do clube. O camisa 9 é o segundo maior artilheiro do Tricolor, com 197 gols, atrás apenas de Valdo, que tem 319.
O atacante argentino Germán Cano foi o artilheiro do Tricolor e de todo o país em 2022, com 44 gols. Ele também foi o principal goleador do Brasileirão (26 gols) e da Copa do Brasil (5 gols).
Vale lembrar que de reforços o Fluminense contratou Fábio, Cris Silva, Germán Cano, Nathan, Pineida, David Duarte, Felipe Melo e Willian no início de 2022 e adicionou Alan e Marrony ao pacote nesta janela. Michel Araújo retornou de empréstimo.
Argentino tranquiliza camisa 9 quanto à passagem de bastão da função de homem-gol: "Estou em paz" Depois do adeus de um ídolo da magnitude de Fred, seria natural o torcedor do Fluminense sentir o vazio da ausência após uma história de amor que já dura mais de uma década.
Quem é o maior jogador da história do Fluminense
Quem são os maiores artilheiros da história do Fluminense
POSIÇÃO | JOGADOR | GOLS |
---|---|---|
1 | Fred | 199 |
2 | Magno Alves | 63 |
3 | Conca | 55 |
4 | Tuta | 51 |
Considerado por muitos o maior ídolo do Fluminense em todos os tempos, o goleiro Castilho marcou época no Tricolor de 1946 até 1965. O arqueiro jogou basicamente toda a carreira no clube, sendo o jogador com mais atuações na história, com 698 aparições.
Torcedores famosos e ilustres
Nelson Rodrigues, o "Shakeaspeare Brasileiro".
Castilho, hoje busto nas Laranjeiras, será sempre o ídolo dos tricolores de todos os tempos. Um dos maiores goleiros brasileiros. Um dos maiores jogadores de futebol de todos os tempos.
Fluminense Football Club
Principal rival | Flamengo Vasco da Gama Botafogo |
Fundação | 21 de julho de 1902 (120 anos) |
Estádio | Manoel Schwartz (Laranjeiras) |
Capacidade | 8.000 pessoas |
Localização | Rio de Janeiro, Brasil |
Estatísticas – Gols – Fluminense
POS | Nome | J |
---|---|---|
1 | Germán Cano | 38 |
2 | Jhon Arias | 33 |
3 | Ganso | 33 |
4 | Manoel | 31 |
Quantos gols tem o Cano na carreira
Recordes de Germán Cano
Maior artilheiro da história do Independiente de Medellín: 124 gols em 186 jogos. Segundo maior artilheiro estrangeiro da história do Vasco: 43 gols em 101 jogos. Maior artilheiro estrangeiro do Vasco no Século XXI. Top 10 maiores artilheiros estrangeiros do Fluminense: 44 gols em 70 jogos.
Frederico Chaves Guedes
Nascia ali o maior ídolo da história centenária do Fluminense. Frederico Chaves Guedes, ou simplesmente Fred. Na verdade, ele já tinha 26 anos. Vivera muita coisa no futebol desde que marcara um gol do meio de campo, na saída de bola, num jogo da Copa São Paulo de Juniores defendendo o América Mineiro.
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